English words inspired by Hindi words

प्रकृति का एक नि यम हैकि भाषा कोई भी हो, समय के साथ उसमेंकुछ न कुछ परि वर्तनर्त अवश्यभं वी हैं। वि श्व की अन्य भाषाओंके समान अग्रं ेज़ी भाषा मेंहि दं ी भाषा के शब्दों का प्रयोग एक साधारण सी बात है।

अग्रँ ेज़ों नेचालाकी सेज़बरदस्ती भारत पर कब्ज़ा कर लि या और फि र उसेक़रीब साढ़ेतीन सौ वर्षों तक अपना उपनि वेश बनाए रखा। इसलि ए यह स्वाभावि क हैकि हि न्दी मेंअग्रँ ेज़ी के बहुत सेशब्दों और अग्रँ ेज़ी मेंहि न्दी के बहुत सेशब्दों का घाल-मेल हो गया। अन्य भाषाओंके शब्दों को लगातार स्वीकार करनेकी वजह सेअग्रँ ेज़ी एक
सम्पन्न भाषा मेंबदल गई गई है। अग्रँ ेज़ी नेबहुत सेभारतीय और हि न्दी शब्दों को भी ग्रहण कि या है। आइए, हम आपको कुछ ऐसेशब्दों के बारेमेंबतातेहैंजो हि न्दी के हैंलेकि न अग्रँ ेज़ी मेंभी जि नका लगातार इस्तमे ाल कि या जाता है।

AVATAR– हि न्दी सेलि या गया शब्द है। कि सी देवी-देवता के पथ्ृवी पर अवतरि त होनेवालेरूप को अग्रँ ेज़ी मेंभी ’अवतार’ कहतेहैं।

CHIT – यह शब्द उर्दू-र्दूहि न्दी के ’चि ट्ठी’ शब्द सेबना है। अग्रँ ेज़ॊंनेचि ट्ठी को चि ट बनाकर अग्रँ ेज़ी भाषा में शामि ल कर लि या।

CHUTNEY – अग्रँ ेज़ी मेंचटनी का शाब्दि क अर्थ कि सी ऐसेपदार्थ सेहैजि सको चाटा जाए। हि न्दी के इस ’चटनी’ शब्द का अग्रँ ेज़ी भाषा मेंतभी सेइस्तमे ाल कि या जा रहा है, जब अग्रं ेज़ों नेअपनी पसदं ीदा भारतीय चटनि यों को भारत सेऑस्ट्रेलि या एवंउत्तरी अमेरि का के अपनेउपनि वेशों मेंनि र्या त करना शरूु कि या।

COT – यह शब्द हि न्दी के ’खाट’ शब्द सेबना है, जि सका अग्रँ ेज़ी मेंअर्थ है— बि स्तर या पलगं।

DACOIT – यह शब्द हि न्दी के ’डकैत’ शब्द सेबना हैजि सका अर्थ होता है— डाका डालनेया लटूपाट करनेवाला।

DINGHY – अग्रँ ेज़ी मेंयह शब्द छोटी-सी नाव के लि ए इस्तमे ाल कि या जाता है, जि सेहि न्दी में’डोंगी’ कहतेहैं।

GURU – हि न्दी का ’गरुु’ शब्द अग्रँ ेज़ी नेभी अपना लि या हैजि सका अर्थ है— ज्ञानवान और बेहद सम्मानीय।

JUNGLE – हि न्दी के ’जंगल’ शब्द को अग्रँ ेज़ी मेंज्यों का त्यों उठा लि या गया हैजि सका तात्पर्य अग्रँ ेज़ी मेंकि सी भी ऐसेस्थान सेहै, जो दर्गु मर्ग हो, जहाँसरलता सेआना-जाना सम्भव न हो, जहाँकोई फ़सल आदि नहींउगाई जाती हो, जहाँबहुत वि शाल परुानेवक्षृ आदि होतेहों और बहुत सी घास व जड़ी बटिूटियाँतथा झाड़ि याँआदि ख़दु ही उग आती हों ।

KHAKI – यह शब्द हि न्दी के ’ख़ाकी’ शब्द सेलि या हैजि सका अर्थ है— ख़ाक या धलू । धलू के रँग को भी ख़ाकी कहतेहैं।

KARMA – यह शब्द हि न्दी के ’कर्म’र्म शब्द सेलि या गया है। अग्रँ ेज़ी मेंयह शब्द कारण एवंप्रभाव के चक्र को दर्शा ता है।

LOOT – हि न्दी के ’लटू ’ शब्द को ज्यों का त्यों अग्रँ ेज़ी मेंअपना लि या गया है, जि सका अर्थ है— डकैती या लटूपाट ।

MAHARAJA – हि न्दी के शब्द ’महाराजा’ सेबनेअग्रँ ेज़ी के इस शब्द का अर्थ है— राजा ।

NIRVANA – हि न्दूऔर बौद्ध धर्म मेंपनर्जन्र्ज म को मान्यता दी जाती हैऔर जीवन-मरण सेआत्मा की मक्तिुक्ति के लि ए ’नि र्वा ण’ शब्द का प्रयोग कि या जाता है। यह वह अवस्था हैजि समेंआत्मा जीवन एवंमरण के चक्र सेमक्ुत हो जाती है। लेकि न अग्रँ ेज़ी मेंआजकल इस शब्द का इस्तमे ाल ’मस्ती’ की या ’नश’ेकी सर्वो च्च अवस्था के लि ए
कि या जाता है, जब नशेमेंआदमी सब कुछ भलू जाता है।

PUNCH – ’पँच’ का अर्थ हि न्दी मेंपाँच सेहोता है। पँच एक ऐसा पेय हैजि समेंचीनी, नीब,ूपानी, मसाले, नमक आदि जसै ी पाँच वस्तएु ँमि लाकर बनाया जाता है। ब्रि टि श राज के समय ऐसा पेय भारत सेइंग्लडैं भेजा जाता था और इसेतभी सेअग्रँ ेज़ी भाषा मेंसम्मि लि त कर लि या गया।

PUNDIT – हि न्दी के ’पण्डि त’ शब्द सेबना है। इसका अर्थ होता हैकोई वि द्वान या पजु ारी।

RAITA – यह शब्द हि न्दी के ’रायता’ शब्द सेलि या गया हैजि समेंदही के साथ खीरा, टमाटर, प्याज, अनन्नास, अनार आदि खाद्य पदार्थ मि लाए जातेहैं।

VERANDAH – भारत में’बरामदा’ लगभग प्रत्येक भवन मेंहोता है। इंग्लण्ैड मेंठण्ड का मौसम बहुत लम्बे समय तक होनेके कारण बरामदेनहीं होतेथे।

YOGA – यह शब्द सस्ं कृत के योग सेलि या गया हैजो भारत मेंलोग आध्यात्मि क अभ्यास के लि ए योग करते हैं। धीरे-धीरेसमय के साथ योग की पहचान अन्तर्रा ष्ट्रीय स्तर पर बन गई है।

Widow — हि न्दी के ’वि धवा’ शब्द सेबना है, जि सका अर्थ होता है— वि धवा या बेवा ।

Goon — हि न्दी के ’गण्ुडा’ शब्द सेबना है, जि सका अग्रँ ेज़ी मेंअर्थ होता है— कि राए का गण्ुडा

Thug — हि न्दी के ’ठग’ शब्द को उसी अर्थ मेंअग्रँ ेज़ी नेभी अपना लि या है, जि सका अर्थ है— धोखेसेसामान लटूना ।

Dekko — हि न्दी के ’देखो’ शब्द सेबनेइस अग्रँ ेज़ी शब्द का मतलब है— कि सी पर नजर डालना ।

Bangle — हि न्दी मेंकाँच की चड़िूड़ियों को ’बँगं ली’ कहा जाता है। अग्रँ ेज़ों नेकलाई मेंपहनेजानेवालेकि सी भी आभषू ण को ’बगैं ल’ कहना शरूु कर दि या ।

Chintz — हि न्दी के ’छींट’ शब्द सेही अग्रँ ेज़ी का यह शब्द बना है, जि सका अर्थ होता है— वह सतू ी कपड़ा, जि सपर वि भि न्न डि जाइनों मेंफूलों की नन्हीं-नन्हींतस्वीरेंबनी हों और वह कपड़ा छींटदार दि खाई देता हो ।

Bunglow — बोलचाल की हि न्दी में’बँगला’ शब्द का इस्तमे ाल अट्टालि का या छोटे-मोटेमहलनमु ा घर के लि ए इस्तमे ाल होता था, जि सेअग्रँ ेज़ी नेभी अपना लि या और अग्रँ ेज़ी मेंजि सका अर्थ है— शानदार व आलीशान एक मज़िं ज़िला मकान ।

Shampoo — हि न्दी में’चम्प’ूया ’चम्पी’ शब्द का इस्तमे ाल सि र की मालि श करनेके लि ए होता है। अग्रँ ेज़ी ने इसेअपनाकर और इसके उच्चारण मेंथोड़ा-सा बदलाव करके सि र धोनेके लि ए फ़ेन या द्रव्य साबनु का अर्थ दे दि या।

kedgeree — यह शब्द हि न्दी के ’खि चड़ी’ शब्द सेबना है। हि न्दी मेंइसका इस्तमे ाल दो या तीन अनाजों को मि लाकर पकानेके लि ए कि या जाता है। जबकि अग्रँ ेज़ी मेंमछली, चावल और उबलेहुए अण्डेको मि लाकर बने यरूोपि याई पकवान को ’केडगि री’ कहा जानेलगा।

Cheetah — ’चीता’ शब्द हि न्दी का ही है। हम हि न्दी मेंलेपर्ड (बाघ) को चीता कहतेहैं। अग्रँ ेज़ी मेंभारतीय चीते के लि ए या भारतीय बाघ के लि ए इस शब्द का इस्तमे ाल कि या जाता है।

Blighty — हि न्दी मेंअग्रँ ेज़ों को या वि देशि यों को ’वि लायती’ कहा जाता था। अग्रँ ेज़ी नेहि न्दी सेइस शब्द को ग्रहण कर लि या। अग्रँ ेज़ी मेंइसका मतलब होता है— मलू अग्रँ ेज़ जाति का व्यक्ति ।

Shawl — हि न्दी के ’दशु ाला’ या ’शाल’ शब्द सेअग्रँ ेज़ी का यह शब्द बना हैऔर इसका अर्थ भी वही हैयानी वह चादर, जो शरीर पर ऊपर सेओढ़ी जाती है।

Cowrie — हि न्दी के ’कौड़ी’ शब्द को अग्रँ ेज़ी मेंभी कौड़ी या शखँ नमु ा नन्हींसीपी के अर्थ मेंही ग्रहण कर लि या गया।

Krait — हि न्दी मेंकोबरा परि वार के एक बेहद ज़हरीली और बेहद चपल साँप को करैत कहा जाता है। अग्रँ ेज़ी मेंभी साँप की उस प्रजाति को क्रेएट कहा जानेलगा।

Mahout — हाथी को सचं ालि त करनेवालेपीलवान को हि न्दी में’महावत’ कहा जाता है। अग्रँ ेज़ी नेइस शब्द को भी अपना लि या।

Mugger — हि न्दी मेंमगरमच्छ को ’मगर’ कहा जाता है, लेकि न अग्रँ ेज़ी मेंहि न्दी सेबनेइस शब्द का मतलब है — सरेआम कि सी पर हमला करके उसेलटूनेवाला लटुेरा।

उपरोक्त शब्दों के अलावा भी हि न्दी भाषा के ढेरों ऐसेशब्द हैंजो आजकल अग्रँ ेज़ी मेंइस्तमे ाल कि ए जातेहैं। यहाँ हमनेउन कुछ ही शब्दों के बारेमेंबताया है, जो अग्रँ ेज़ी मेंआम तौर पर चलन मेंहैं।